Saturday, 1 June 2019

Phir se dikh ja (फिर से दिख जा)

तेरा मिलना, सांस लेना
ज़रा सा दिखना, आह भरना
नजर-ए-गम हुए हो जबसे,
आशिकाना थम गया

फिर से दिख जा, यूं ही मिल जा (X 2)
इश्क़ कामिल ना सही, रोशन ही कर जा ।

जान जा रही, ओ जाने जां
यादें आ रही, लौट के आ,
इस इश्क़ को, राज़ी नहीं तो, रोशन ही कर जा ।

फिर से दिख जा, यूं ही मिल जा (X 2)
इश्क़ कामिल ना सही, रोशन ही कर जा ।

क्यों है यह आस दिल में,
सांसें काम है, हर इक पल में,
जा रही जो, तू ज़ेहन से
बंजर हो गया समां

फिर से दिख जा, यूं ही मिल जा (X 2)
इश्क़ कामिल ना सही, रोशन ही कर जा ।

जन्मो जन्मो का है बंधन,
कैसे होगा रूहों का संगम,
इतना कर दो, हम पर रेहम,

फिर से दिख जा, यूं ही मिल जा (X 2)
इश्क़ कामिल ना सही, रोशन ही कर जा । 

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